रविवार, 18 जनवरी 2009

इस ब्लॉग का विशेष उद्देश्य

हमने इस ब्लॉग को इसलिए बनाया है ताकि देश की वर्तमान स्थिति से एक साथ मिलकर मुकाबला किया जा सके , व्यवस्था परिवर्तन के लिए नेता,अभिनेता,अधिकारी,कर्मचारी, व्यापारी, असफल होचुके हें ,ये गठ्बंधित होकर देशको खोखला बनाकर विदेशियो के हाथमे बेचनेका षडयंत्र रच रहे हैं ,पूर्व में देशी राजा ,महाराजा ,जमींदार जाने अंजाने इस देश को अंग्रेजों के हवाले करदिया था, जिसके चलते हम गुलामी के जीवन जीने को वाध्य होगये थे ,रात १२ बजे समझौता करके जिस का नाम आजादी दे दिया गया हैं ,आज उस समझौते का किंमत देशवासिओं को चुकाना पड़ रहा हैं ,१४.८.१९४७ का रात, आजादी की रात न होकर काल- रात साबित हो रहा हैं ,मात्र सत्ता केलिए उस समय के लोभी नेताओं ने अंग्रेजों के साथ अपवित्र समझौता किया था ,इस समझौता में देश को वाटवारा करके ,नेताजी सुभाष चंद्र बोस को अंग्रेजों के हवालेकर देने का बात भी नेताओं ने स्वीकार किया था ,आज भी उस समय जैसे गद्दार नेताओं के वंशज देश को बेचने का षडयंत्र रच रहा हैं!!अतः सम्पूर्ण व्यवस्था में परिवर्तन करना आवश्यक हैं 1

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

translator