शुक्रवार, 6 मार्च 2009
डूब गया ३० हजार
मुझे याद हैं वो दिन जब मुम्बई शेयर बाजार औधे मूंह गिरा था ,21000 सेंसेक्स की उड़ान ने देश के छोटे निवेशकों का हौसला इस कदर बढ गया था कि वे अपने सब कुछ दाव में लगा कर शेयर बाजार से कुछ रकम कमाने के लिए साहस किया था , मुझे याद है एक निवेशक मेरे पास 30000 रूपये लेकर आया और कहने लगा कि सर ! इसे कहीं अच्छे जगह लगा दिजिए ताकि लडकी की शादी के समय कुछ अधिक मिल जाए ,मैंने पूछा लडकी की आयु कितनी हैं कहने लगे 15 वर्ष , 18 -19 साल में शादी कर दूंगा ,गरीब आदमी हूँ ,बहुत मेहनत मजदूरी करके इतनी रकम जोड पाया आप इस कहीं लगा दिजिए ,वे कहने लगे सर ! अभीतो शेयर वाली पालिसी में 1-2 वर्ष के अन्दर दुगुणा हो जाता हैं उस तहर की पालिसी भी चल जाएगा ,अब मैं क्या कहूं ,उसका मकशद तो मुझे समझ में आ गया था ,मैंने एक बीमा एजेन्ट को बुला कर शेयर बेस युलिप में उस रकम को निवेश करने के लिए कह दिया था ,आज से तीन वर्ष पूर्व का शेयर बाजार और आज के शेयर बाजार में जमीन आस्मान का अन्तर हो चुका है,आज 30000 रूपया घटकर 21000 रह गया हैं ,अपनी ही रकम देखते ही देखते घटता चला जा रहा हैं और निवेशक ठगा सा यह सब तमाशा देखने को मजबूर ,असहाय ,खून की घूंट पी कर जी रहा हैं ,निवेशक लूट गया एक बेचारा पिता लडकी की शादी का रकम डुबो दिया ,इसलिए जिम्मेदार कौन हैं ? मुझे भी तो पता नहीं चल पाया कि अचानक यर बाजार में भूचाल आ जाएगा और बेचारा पिता को मुझे लूटता हुआ देखना पडेगा ,कहॉं 30000 का 60 हजार होने का सपना और आज मात्र 21 हजार !! गरीब लडकी की शादी 30 हजार में होना भी भाग्य का खेल हैं और यदि देश के गद्दारों के कारण इस गरीब का रकम शेयर बाजार में डुब गया तो इसका क्षतिपूर्ति कौन करेगा ? मैं आज उसे देखकर आत्मग्लानी से भर जाता हूँ ,मेरे मित्र मंडली कहते हैं कि मुझे अधिक भावुक नहीं होना चाहिए ,उसकी लडकी का भाग्य खराब था अत: ऐसा हो गया ,पर क्या इस तरह की चिन्ता से उस गरीब का कुछ भलाई होने वाला हैं ? देश में न जाने कितने गरीबो का रकम शेयर बाजार में डुब चुका हैं ,पैकेज तो अमीरों को मिल रहा हैं पर निवेशकों को कुछ भी प्राप्त नहीं होता ,यह सरासर मजाक नहीं तो और क्या हैं ?
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