शनिवार, 7 फ़रवरी 2009

जहर बेचने का धंधा कैसा चल रहा हैं सरकार ?

सरकार का अर्थ भारत सरकार से हैं ,जब देश के कुछ लोगों के साथ सीएसई (सेंटर फार साइंस एंड इन्वायरमेंट) के सुश्री सुनीता नारायण ने पेप्सी -कोका जैसे पेय पदार्थ का वैज्ञानिक जांच किया और जब परिणाम सामने आ गया तो , देश के सभी लोग यह जान कर हैरान और परेशान थे कि जिसे कोल्ड ड्रिंक के नाम से बड़े प्यार और जतन के साथ हम और बच्चे चाव से पीते थे वह तो जहर मिला पानी हैं , बहुत समाज सेवी संगठनों ने अपनी-अपनी तरीके से इस पेय का विरोध करते रहे हैं, सरकार सुनती नहीं थी ,जांच परिणाम के पश्चात नेताओं को लगा कि यदि जहर की बात सच हैं तो सबसे पहले अपने आप को बचाओ ,संसद में सयुक्त संसदीय समिति का गठन कर दिया गया और यह नियम बना दिया गया कि नेताओं को पेप्सी -कोकाकोला परोषा जाय ,नेताओं ने एक अच्छा कदम उठाया , खुशी हुई जेपीसी का परिणाम आने पर स्पस्ट हो गया कि इसमें कीटनाशक जहर के साथ -साथ ऐसी बहुत कुछ मिला हुआ हैं जिसे पीने पर किडनी ख़राब होना ,हड्डी कमजोर होना ,कैंसर ,मोटापा ,उच्च रक्त-चाप, भूख न लगना ,आदि अनेक बिमारी से ग्रसित होकर लोग अकाल मौत मारे जाते हैं ,देश के लोगों ने सोचा था कि जब नेताओं ने संसद परिसर में इस पेय रूपी जहर बेचने की मनाही कर दिया हैं, तो जे पी सी रिपोर्ट के बाद पुरे भारत में पेप्सी -कोकाकोला जैसे अन्य जहरीला पेय भी बेचने पर पाबन्दी लग जायेगी और इन विदेशी कम्पनियो को देश से न केवल भगा दिया जावेगा, अपितु देश के तमाम लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की आरोप में क्षति -पूर्ति का दावा के आलावा उसके ख़िलाफ़ दंडात्मक वाद लाकर कंपनी को दण्डित किया जावेगा ;काश ! ऐसा होता --- सरकार ही कंपनी के साथ मिलकर देश में जहर बेचने का धंधा करता हैं ,अभी हाल में इस धंधे में लिप्त कंपनी के सीइओ इंदिरा नुई को भारत सरकार ने उच्च सम्मान से नवाजा हैं ;जिसे देश में जहर का धंधा करने के आरोप में दंड मिलना चाहिए था उसे सम्मानित किया गया ,आज देश द्रोहिओं का इस देश में सम्मान होने लगा हैं और अन्याय का विरोध करने वालों को दंड दिया जाता हैं ,धीमी जहर से लोग पंगु की जीवन जीते रहे ,पंगु अन्याय का विरोध नहीं कर सकता ,आज सरकार को विरोध करने वाले नागरिकों की आवश्यकता नही हैं ,उन्हें तो गूंगे ,बहरे, दुम हिलाने वाले वो ..चाहिए जिन पर लम्बे समय तक पर राज कर सकें ,इन्हें तो बस राज करने हैं और अमेरिका के साथ मिलकर ऐश करना हैं ,अब आप ही बताये सरकार ! जहर बेचने का धंधा कैसा चल रहा हैं ? सरकार चाहे कुछ भी करे पर खाने ,पीने के लिए तो हम आजाद हैं ,यदि पेप्सी -कोका ,मिरिंडा ,सीत्रा आदि पीना बंद कर दे तो सरकार और कंपनी हमें जोर जबरदस्ती पीलायेगे ? आज और अभी इसे पीना छोड़ दे, और दूसरो को भी न पीने की सलाह दे ,फिर देखे क्या मजा आता हैं ,सरकार और ये कंपनी बोरिया -बिस्तर के साथ कैसे भागते नजर आवेगी;
बहिष्कार से अच्छे -अच्छे की छक्के छुट जाती हैं .










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